खेतड़ी का स्काउटर गुर्जर, सात बहनों का भाई करेगा फिल्मों में एक्टिंग
तेरे सपने, जीवन तेरा,
तेरा पेशन और तेरा मन
कुछ करना है अगर जीवन में,
तो बहरा बन
न इसकी सुन, न उसकी सून,
तू दिल की सून
दुनिया भटकाए जो तेरा मन,
तू बहरा बन
उपर लिखी गई पंक्तियों के अनुसार यदि किसी इंसान को सफलता की मंजिल तक पहुंचना है, अगर उसे अपने पेशन, अपने जुनून, अपनी जिद को पूरा करना हैं तो उसे आज के दौर में बहरा बनना आवश्यक है, क्योंकि जो लोग खुद कुछ नहीं कर सकते, वे किसी ओर को भी कुछ नया करने देना नहीं चाहते हैं।
लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अर्जुन की तरह पक्षी की आंख पर नजरे तो जमाए रखनी हैं ताकि लक्ष्य भेदने में कठिनाई नहीं हो, मगर कानों को बंद रखना भी जरूरी ताकि लोगों की बातों को सुनकर भटकाव पैदा नहीं हो।
झुंझुनू जिले की तहसील खेतड़ी के विकास गुर्जर ने भी इसी तरह की बहुत सी दिक्कतों का सामना करते हुए अपने जुनून को पूरा करने के लिए एक तरह से बहरा बनने का ही कार्य किया है।
बात खत्म होते 2014 के दिसम्बर माह के अंतिम दिनों की है। जब माउण्ट आबू के ओल्ड गोल्फ सेन्टर में स्काउटिंग का राष्ट्रपति अवार्ड ट्रेनिंग कैम्प चल रहा था। इस कैम्प में राजस्थान राज्य के सभी जिलों से सीनियर स्कूल, कॉलेज व यूनिवर्सिटी के युवा छात्र-छात्राएं राष्ट्रपति अवार्ड परीक्षा से पूर्व आयोजित होने वाले कैम्प में आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हुए थे।
दिन भर की शारीरिक व मानसिक परीक्षाओं के बाद रात्रि में मनोरंजन के साथ स्काउटिंग की दिनचर्या के अनुसार आयोजित होने वाले कैम्पफायर के कार्यक्रम में झुंझुनू जिले के छात्र विकास गुर्जर की प्रस्तुति को देखकर मैंने अपने साथी स्टाफ श्री मांगीलाल दहिया से कहा था कि यह लड़का जरूर आगे जाएगा, यानि पूत के पांव पालने में ही नजर आ गए थे।
कैम्प की समाप्ति के लगभग साढ़े पांच बरस बाद जब मैं उन यादों को भूल चुका था। अचानक एक दिन फेसबुक पर विकास के हरियाणवी गानों के लिए चयन की न्यूज मेरी आंखों के सामने आई तो उसके जीवन की पूरी कहानी मेरी आंखों के सामने फिर दिखाई देने लगी जो उसने कैम्प से विदाई के अंतिम समय में मुझे बताई थी।
कैम्प में उसकी कला को देखकर मैंने सहसा यूं ही परिचय के तौर पर पूछा था कि कलाकारी अच्छी कर लेते हो तो उसने रूआंसे मन से जवाब दिया था कि सर कर तो लेता हूँ पर बहुत कुछ झेलना पड़ता है।
मैंने पूछा क्या ? तो उसने अपनी कहानी बतानी शुरू की मैं झुंझुनू जिले के खेतड़ी तहसील के चिरानी गांव का रहने वाला हूं। मेरे 10 जनों के परिवार में माता-पिता के बाद सात बहन और वह इकलौता भाई है।
पिता श्री रोहितास गुर्जर प्राइवेट ट्रक ड्राइवर हैं जो बहुत ही मेहनत मजदूरी कर 5 - 7 हजार रूपए मेहनताना प्राप्त कर परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। इतनी मेहनत व गरीबी की हालत होने के बावजूद भी पिता ने घर में भले ही दो निवाले कम खाए मगर बच्चों की शिक्षा में कमी नहीं आने दी। इसी की बदौलत 2 बहनों ने बीएड़, 2 बहनों ने एमए व 3 बहनों ने बीएससी तक की पढ़ाई की। इस कार्य में पिता का कंधे से कंंधा मिलाकर साथ दिया माता कोशल्या देवी ने।
इसके बाद उसने बताया कि आप तो कहते हो मैं अच्छी कलाकारी कर लेता हूं जबकि परिवार व गांव वाले मुझे इस कार्य से दूर रहने को कहते हैं। उस समय एक बार तो मुझे भी कुछ डर लगा -
डर मुझे भी लगा फासला देख कर
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर
खुद ब खुद मेरे नजदीक आती गई
मेरी मंजिल, मेरा हौंसला देख कर
बचपन से ही डांस व एक्टिंग कम्पीटिशन में भाग लेकर कई पुरस्कार प्राप्त किए व अपनी कला को विकसित करने का कार्य किया। उसने जाते-जाते कहा था कि चाहे जो हो जाए मैं अपनी इस कला को नहीं छोडूंगा और इसी कला के सहारे आगे बढऩे के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।
स्काउटिंग में रूचि के कारण विभिन्न कैम्पों में सहभागिता निभाकर कला का प्रदर्शन करने में श्री महेश कालावत सीओ स्काउट झुंझूनू का पूरा सहयोग मिलता रहा है। उन्होंने हर समय मार्गदर्शक के रूप में यथा-योग्य सहयोग किया है।
लक्ष्य को पूरा करने में लगन के साथ विकास गुर्जर ने अपने हुनर को जुनून का रूप दिया। अपने सपनों की मंजिल को हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्प कर लिया था। उसका ही परिणाम हैं कि जो गांव के लोग उसे नाचने वाला कहते थे अब वे उसकी कला के दिवाने बन रहे हैं।
इसी कला को जुनून व पेशन के रूप में लेने के कारण गांव के ही कलाकार गिरवरसिंह शेखावत ने हरियाणवी गानों में काम दिया। इसी जुनून की बदौलत प्रसिद्ध कलाकार घनश्याम गुर्जर के साथ काम करने का मौका मिला। इस तरह अपने जुनून पर टिके रहने के कारण मंजिल के करीब पहुँचने लगा हूँ।
खुशी का ठिकाना तो उस समय नहीं रहा जब इसी दौरान शिक्षक माखनलालजी से सम्पर्क हुआ तो वे विकास गुर्जर की कला को देखकर बहुत प्रसन्न हुए और बॉलीवुड डायरेक्टर श्री आर डी भाटी से बात करवाई। जिन्होंने विडियो व कलाकारी को देखकर जल्द ही काम देने का वादा किया। अब जल्द ही विकास गुर्जर बॉलीवुड में काम कर अपने परिवार के साथ जिले व राजस्थान का नाम रोशन करेगा। मेरी कामना हैं कि विकास गुर्जर उन्नति की मंजिलों पर निरन्तर आगे बढ़ते रहे। प्रयास करते रहने से सफलता जरूर मिलती है. तभी तो कहा गया हैं कि -
कौन कहता हैं कि आसमां में सुराख नहीं होता ?
एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो।
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Congratulations ..Best wishes
जवाब देंहटाएंWish , you will shine as next sensation in Bollywood🙏🏻🙏
जवाब देंहटाएंअपने हुनर को कभी नहीं छोड़ना चाहिए चाहे लोग कुछ भी कहे
जवाब देंहटाएंAap ka writing badiya he .
जवाब देंहटाएंI liked the coherence and sequence in the writing besides it's contents. Very interesting to read
Aapka Bahut Bahut Danyvad........
हटाएंIsi tarah Aapka Sneh Milta rahe...... Isi Aasha Ke Sath....
Fakeer Mohammad Ghosee
Faln
9414191786
Vikash bhai ki baat hi nirali hai
जवाब देंहटाएंBhut aage tk jayenge