सफल होना हैं तो अंतिम सांस तक लड़ो

सफल होना हैं तो अंतिम सांस तक लड़ो


आज मेरे कानों में जैसे ही एक  सदाबहार फिल्म मदर इण्डिया के गाने की कुछ लाइनें ... दुनिया में आए हैं तो जीना ही पड़ेेगा, जिंदगी अगर जहर है तो पीना ही पड़ेगा.. कानों में पड़ी तो मेरे मन में विचार आया कि यदि दुनिया जलेबी की तरह है तो क्यूं न चाशनी में डूब कर ही मजा लिया जाए। यानि घूट-घूट कर जीने की बजाए चार दिन की जिंदगी को हंसी-खुशी से बिताया जाए।

हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। एक आदमी गिलास आधा खाली देखता है जबकि उसी गिलास को दूसरा आधा भरा बताता है। बस यह तो अपने-अपने नजरिए का कमाल है कि कौन किस नजर से देखता है ?  इसी तरह जिंदगी में आने वाली हर परेशानी व समस्याओं का सामना सकारात्मक नजरिया रखकर किया जाए तो कोई भी ऐसी मुसीबत नहीं है जो इंसान की राह में ज्यादा देर तक रोड़ा बन सके। इसीलिए कहते हैं 

जिंदगी जिंदादिली का नाम है, 
मुर्दा दिल क्या खाक जिया करते हैं ?
गिरते हैं सह सवार मैदान जंग में, 
वो बुत क्या गिरेंगे जो घुटनो के बल चलते हैं ?

जीवन में तय की गई मंजिल या लक्ष्य तक पहुंचने या उसे हासिल करने में कोई दिक्कत आ रही हो तो तरीकों को बदला जाए न कि इरादे को। क्योंकि परेशानी व दिक्कत तो हर रास्ते में आएगी। 

संघर्ष व हिम्मत के दम पर इंसान एवरेस्ट फतह कर सकता है, नन्हा परिंदा आसमान में पर फैलाकर उड़ सकता है, नन्हा बच्चा बार-बार गिरकर भी चलना सीख सकता है, नन्ही चींटी सौ बार फिसलने के बाद भी मंजिल तक पहुंच सकती है, बेटी ससुराल जाकर वहां के माहौल में अपने आपको एडजस्ट कर सकती है तो फिर ऐसी कौनसी चुनौती है जिसे इंसान संभव नहीं बना सकता ? यानि मनुष्य को परिस्थिति के अनुकूल ढलना पड़ता है। क्योंकि -

मैदान में हारा हुआ व्यक्ति तो जीत सकता है
लेकिन मन से हारा हुआ व्यक्ति कभी नहीं जीत सकता।

फर्क सिर्फ इतना हैं कि परिस्थितियां कभी एक सी नहीं रहती, वक्त के साथ बदलती रहती है। कितनी ही घनी अंधेरी रात क्यों ना हो समय बीतने पर सुबह का उजाला तो निकलता ही है। इसी तरह अगर आज बुरा समय है तो कल अच्छा समय भी निश्चित रूप से आएगा। बस जरूरत हैं तो धैर्य और संयम की। इसलिए ही गालिब ने कहा है -

गुजर जाएगा यह दौर भी गालिब
जरा इत्मीनान तो रख,
जब खुशी ही नहीं ठहरी तो
गम की क्या औकात है ?

संघर्ष व हिम्मत को अच्छी तरह समझने के लिए बाज के जीवन से हम प्रेरणा ले सकते हैं। यह तो सभी जानते हैं कि बाज पक्षियों में बहुत चुस्त और फुर्तीला पक्षी होता है। उसकी नजर बहुत तेज होती है। बहुत दूर आसमान में उड़ते हुए भी अपने शिकार को पैनी नजरों से देख लेता है, वहीं से निशाना साधकर शिकार पर झपट पड़ता है और अपने नुकीली चोंच व मजबूत नाखूनों से शिकार कर लेता है। 

मगर यह जानकारी बहुत कम लोग जानते हैं कि बाज पक्षी की उम्र लगभग 70 वर्ष के करीब होती है। जब उसकी लगभग 40 वर्ष की उम्र हो जाती है तो उसके पंख, चोंच व नाखून इतने कमजोर हो जाते हैं कि उनमें शिकार करने की ताकत नहीं रहती। पंखों में भी पहले जैसी उड़ान वाली शक्ति नहीं रहती। 

ऐसे समय में बाज के सामने दो रास्ते होते हैं या तो वह हार मान ले और सदा के लिए रिटायर हो जाए और आगे की घुटनभरी जिंदगी जिए। या फिर उसके सामने एक रास्ता और होता है यह कि वह अपनी कमजोर चोंच व नाखूनों को पत्थर या अन्य वस्तुओं से टकराकर तोड़ डाले, ताकि उसे पुन: कुदरत की तरफ से नई चोंच व नाखून मिल सके। 

बाज दूसरे वाले फार्मूले को आजमाता है वह संघर्ष, सब्र और धैर्य के साथ अपनी कमजोर चोंच व नाखूनों को तोड़-उखेड़ डालता है। इससे उसे कुदरत की तरफ से पुन: नई चोंच व नए नाखून मिल जाते हैं। इस पर वह इनकी सहायता से अपने कमजोर पंखों को भी नोच देता है और नए पंख प्राप्त कर लेता है।

इस कार्य को अंजाम देने में बाज को तकरीबन छ: महीने का समय लग जाता है। ये छ: माह का समय बाज के लिए बहुत कठिनाई व दर्द भरा होता है, मगर इन छ: माह के सब्र, हिम्मत, संघर्ष के बाद उसमें फिर से एक नई ऊर्जा व शक्ति का संचार होता है जिससे वह आगे के 30 वर्ष बड़ी आसानी से काट लेता है। 

इस तरह सफलता कहीं रास्ते में पड़ी हुई नहीं मिलती है। उसके लिए सतत प्रयास व उचित मेहनत आवश्यक है। साथ ही सफलता प्राप्ति के लिए अंतिम सांस तक लडऩा चाहिए। जिससे सफलता अवश्य ही हासिल होगी। इसलिए कहा गया है -

उठो,
हिम्मत करो,
हौंसला रखो
संघर्ष की ठान लो
अपने जज्बे को टूटने ना दो
क्यूंकि सफलता तभी गले लगाती है।




मेरी अन्य रचनाये पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे. . . . . . 

इस्लामिक आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे. . . . . . 

SHARE

Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

रचना के बारे में अपनी अनमोल राय (Suggestion) यहाँ पर दर्ज करे ......