इस्लाम में आंख का फड़कना?
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इस्लाम में आंख के फड़कने को शैतान मरदूद की हरकत माना जाता है, उसके लिए बताया गया हैं कि अगर कोई भी आंख फड़के तो आउजो बिल्लाही मिनश शैत्वानिर रजिम (पनाह मांगता हूँ अल्लाह की शैतान मखलूक से ) पढ़ना चाहिए।
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